Wednesday, January 17, 2018
सवाल .....
थोड़ा सा था वो फासला,
आज बड़ा सवाल,
वो झुकी सी आँखें ,
और आज बड़ा सवाल
कितना खाली था ,
न वक़्त के सवाल न अफसानों का मंज़र
आज एक चेहरा,
और हज़ार सवाल
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